टमाटर की खेती जानकारी। टमाटर की खेती कैसे करे?

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टमाटर की खेती जानकारी।


टमाटर की आधुनिक खेती।



            कभी इतना कम भाव की लोग सड़कों पर फेक देते हैं।कोई फ्री में भी दे तो लेना नही चाहता। और कभी इतना ज्यादा भाव की सेब से भी दुगना। अचानक आम किसान रातोरात करोड़पति बन जाते है। कुछ भी कहो टमाटर की बात ही अलग है। किसान के लिऐ टमाटर कब सोना साबित हो सकता है यह बताया नही जा सकता। भारत में टमाटर की खेती बहुत ज्यादा की जाती है।भारत हर साल लगभग 1.3 बिलियन मेट्रिक टन टमाटर उगाता है। यह अकड़ा अपने आप में बहुत ज्यादा है। भारत यह टमाटर अन्य देशोंको भी बेचता है। भारत का सबसे ज्यादा टमाटर उत्पादन राज्य बिहार है।भारत में मुख्यता टमाटर उत्पादन राज्य बिहार, महाराष्ट्र, कर्नाटका और आंध्रप्रदेश यह है। भारत में इन राज्योंमें सबसे ज्यादा टमाटर उगाए जाते हैं।
           अगर किसानो को टमाटर की खेती सही तरीकेसे करनी है तो उनको टमाटर की आधुनिक खेती, टमाटर उगाने का सही समय, टमाटर की उन्नत खेती इन सभी के बारे में पता होना बहुत जरूरी है।

टमाटर की खेती के लिए जमीन और बेड।

           टमाटर की खेती यह अब आधुनिक तरीकेसे करनी बहुत आवश्यक है। इस खेती में बेड और मलचिंग का इस्तमाल किया जाता है। टमाटर की खेती करने के लिए जमीन भुरभुरी होनी चाहिए। इससे टमाटर का पौधा और ज्यादा मजबूत होता है।

          पहले जमीन बहुत अच्छी तरह से जोतनी चाहिए। उस खेत की मिट्टी भुरभुरी होनी चाहीये। उस खेत में रोटर का प्रयोग करना होगा। बेड बनाकर टमाटर की खेती करनी होगी। टमाटर की आधुनिक खेती करनी चाहिए इसलिए बेड पर मलचिंग डालनी होगी। बेड बनाते समय दो बेड के बीच का अंतर 3 फिट रखे और बेड की चौड़ाई 2.5 फिट रखे। बेड की ऊंचाई 1 फिट रखे।

टमाटर की खेती करने का सही समय।

          वैसे तो टमाटर की खेती अब बहुत एडवांस हो चुकी है। टमाटर की आधुनिक खेती पूरे साल भर की जा सकती हैं। और आजकल बहुत किसान टमाटर की आधुनिक खेती करते है। मगर आज तक के किसानोके अनुभव के नुसर टमाटर की खेती खरीप हंगाम में करे तो अच्छा भाव मिलने की ज्यादा संभावनाएं रहती हैं। इसमें टमाटर की खेती जुलाई, अगस्त के महीने में करनी चाहिए। मार्केट का अंदाज लेके टमाटर की खेती सही समय पर करनी चाहिए। क्योंकि टमाटर का भाव बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसलिए हमेशा मार्केट की जानकारी लेकर ही टमाटर की खेती करनी चाहिए।

           टमाटर की नर्सरी। टमाटर की खेती के लिए कौनसे टमाटर के बीज इस्तमाल करे?

             टमाटर के पौधे का निर्माण करने के लिए टमाटर की अच्छी नर्सरी करने की बहुत ज्यादा आवश्यकता होती हैं। इसमें जमीन पर अच्छा बेड बनाकर भी टमाटर के रोप (खेती के लिए पौधे) का निर्माण कर सकते है। या फिर प्लास्टिक के ढांचों का भी इस्तमाल कर सकते है। टमाटर के बीज के लिए निम्नलिखित कंपनी के बीज का इस्तमाल करे।

• seminis Abhilash
• syngenta saho To 3251
• Arka Rakshak F1
• Namdhari NS962
• syngenta Heemsona
• East West 825
          इनमे से कोनसिभी एक किस्म का इस्तमाल कर सकते है। इनका पौधा काफी हराभरा होता है। यह बरसती दिनों के बीज है। इनपर कम बीमारी आती है।और इनकी रोगप्रतिकारक क्षमता ज्यादा होती है। मुख्यता इन टमाटर की बीजो का प्रयोग खरीप सीजन के लिए बहुत अच्छा है। एक एकड़ खेती के लिए लगभग 50 से 60 ग्राम टमाटर के बीज लगते है। नर्सरी बनाने के 10, 12 दिन बाद imidacloprid 17.8% यह 10 ग्राम
humic acid 50 ml और mancozeb 30 ग्राम का एक स्प्रे करें। 25 से 27 दिनों बाद 3 से 4 इंच पौधे होने के बाद प्लांटेशन करे।

टमाटर की बंधाई।

          टमाटर की खेती में टमाटर की बंधाई करनी बहुत जरूरी है। टमाटर की बंधाई करनेसे टमाटर का उत्पादन बढ़ता है। और ऐसा करने के बाद टमाटर में फंगस ज्यादा नहीं लगता है। टमाटर की फ़सल सुरक्षित रहती है। टमाटर की बंधाई बांस 
और सुतली की मदतसे करनी चाहिए। एक एकड़ टमाटर की खेती के लिए 1500 से 1800 बांस के टुकड़े लगते है। इन सभी टुकड़ों की ऊंचाई लगभग 9 से 10 फिट होनी चाहिए। फ़सल 20 दिन की होनी के बाद बंधाई करनी चाहिए।

              टमाटर की खेती में बंधाई एक विशिष्ट पद्धति से करनी पड़ती है। जिसेसे की टमाटर का पौधा जमीन पर न छुए। एक पौधे के दोनो साइड में एक एक बांस रखे। और लाइन में 10 फिट दूर बांस रखे। पौधे से 3 फिट ऊपर वायर खींचकर सुतली की मदत से पौधे को बांध ले। ऊपर दिखाई दिए गए फोटो के अनुसार टमाटर की बंधाई करनी चाहिए।

टमाटर की खेती का खाद का शेड्यूल

             टमाटर का उत्पादन अच्छा लेने के लिए टमाटर की खेती मे खाद का मैनेजमेंट करना बहुत जरूरी है। सबसे पहले बेड तयार करते समय भेसल डोस और कमसे कमसे 1 ट्रॉली सूखे हुऐ गोबर की खाद की डालनी बहुत जरूरी है। इस भेसल डोस में 40 kg सिंगल सुपर फॉस्फेट 50 kg dap एक एकड़ भूमि में डालना चाहिए। अगर जरूरत लगी तो नीम का अर्क भी डाल सकते है।
            DAP 25kg, यूरिया 20 kg और जमीन के जरूरत जानकर अन्य खाद का डोस 1.5 महीने के अंतर से देना चाहिए। टमाटर की खेती में अच्छा टमाटर का उत्पादान लेने के लिए सिंचाई करनी चाहिए। सिंचाई का मैनेजमेंट नीचे दिया है।
•1)२५ से ३० दिन में।
ह्यूमिक एसिड १ kg
यूरिया १० kg 
Mycro nutrients सूक्ष्मपोषकयुक्त खाद ५ kg 

•2) ५० दिन।
सूक्ष्मपोषकयुक्त खाद ५ kg 
यूरिया १५ kg 
बोरॉन २०% 500gm

•3)७० दिन।
मैग्नेशियम सल्फेट १०kg
ह्यूमिक एसिड ५ kg
००:००:५० १० kg 
यूरिया २० kg 

•4)१०० से १२० दिन।
१३:००:४५ १० kg
सागरिका १० kg

•5) १४० से १५० दिन।
कैल्शियम नाइट्रेट १५kg 
बोरॉन २kg

टमाटर की खेती का स्प्रे मैनजमेंट

        टमाटर की खेती में बहुत सारी बीमारी आ सकती है। बहुत तरह की बुरशी और किट आते है। बीमारी पहचान कर उसका उपाय निकालना चाहिए। मगर हमे ऐसा स्प्रे मैनजमेंट करना होगा की हमारी फ़सल पर बीमारी आए ही ना।
•१)१५ से २० दिन।
मेंकोज़ेब 75%= ४० ग्राम
इमिडाक्लोप्राइड 17.8%=१०ml
यह १५ लीटर पानी में घोलकर स्प्रे करें।

•२)३० से ३५ दिन।
प्रोपिनेब 70%=४०ग्राम
थाइमाथोक्सम ३०%=१०ग्राम
अमीनो एसिड फुलविक एसिड ३०ml 
यह १५ लीटर पानी में घोलकर स्प्रे करें

•३)४५ से ५० दिन।
कॉपर ऑक्सीक्लोराइड  50%=४०ग्राम
स्ट्रेप्टो साइक्लिन २ग्राम
इमामेक्टिन बेनजोएट 5%=१०ग्राम
यह १५ लीटर पानी में घोलकर स्प्रे करें।

•४)६० से ७० दिन।
इमामेक्टिन बेनजोएट 5%=15 ग्राम
प्रोपिनेब 40ग्राम
माइक्रोन्यूट्रीयन्स 50ग्राम
यह १५ लीटर पानी में घोलकर स्प्रे करें।

•५)९० से १०० दिन।
प्रोपरजाईट 57%=४० ml
थियफोनेट मिथाइल 70%=४० ग्राम
सिलिकॉन पावडर=50 ग्राम
यह १५ लीटर पानी में घोलकर स्प्रे करें।

•६)१२० से १३० दिन।
सायनटरानीलीप्रोल 10.26%=२४ml
इमेटोक्तराडीन 27%+ डिमेथोमॉर्फ 20.27%=४०ml
यह १५ लीटर पानी में घोलकर स्प्रे करें।






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