जैविक खाद की जानकारी।
Jaivik khad ,vermi compost khad, organic khad
जैविक खाद क्या है?
What is organic fertilizer?in hindi
Jaivik khad यह एक ऐसी खाद है जिसमे पशु, पक्षी के मल मूत्र या शरीर के अवशेष से खाद बनाया जाता है। इसके इस्तमाल से मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार होता है। जैविक खाद का इस्तमाल करके फसल और खेती की गुणवत्ता बहुत अच्छी होती है।jaivik khad में गोबर की खाद, vermi compost khad का इस्तमाल किया जाता है। जैविक खाद यह खत पूर्णतः नैसर्गिक तत्वों का इस्तमाल करके बनाई जाती है।jaivik khad रसायनिक खाद से कई गुना बेहतर है।jaivik khad के इस्तमाल से भूमि की उपजाऊ क्षमता बढ़ती है। फसल के उत्पादन में वृद्धि होती है। जैविक खाद का उपयोग करके अपनी खेती को और भी बेहतर बनाया जाता है।jaivik khad यह भविष्य की जरूरत है। मनुष्य की आयु कम होने का मुख्य कारण रसायन के मदत से उगाए गए फल,। सब्जी यह है। अगर हमे हमारा स्वास्थ बेहतर बनाना है तो हमे organic khad का इस्तमाल करना ही होगा।
जैविक खाद के फायदे।
Organic khad के लाभ
Jaivik khad के लाभ
जैविक खाद में फसल को लगनेवाले सभी जीवाणु, सूक्ष्मजीव उपलब्ध होते है। jaivik khad में नायट्रोजन, फाॅस्परस, पोटाश, मैग्नेशियम, कैल्शियम आदि घटक जैविक रेंज में मौजूद होते है। इसका उपयोग करके हम अपना उत्पादन बढ़ा सकते है। जैविक खाद पोढ़े के जड़ को नाइट्रोजन की जरूरत है तो जीवाणु उपलब्ध कराता है। jaivik khad से फसल को कैल्शियम, आर्यन यह सब उपलब्ध होता है। जैविक खाद में मौजूद जीवाणु पौढे के बढ़ने के लिऐ जो सूक्ष्म पोषक तत्व चाहिए ओ सब सूक्ष्म पोषक तत्व jaivik khad में मौजूद होते है। यह खाद पौढेको लगने वाले सभी पोषक तत्व देती है। इससे फसल अच्छी तरह से आती है।
जैविक खाद के उपयोग से भूमि की उपजाऊ क्षमता में वृद्धि हो जाती है। मिट्टी और फसल की गुणवत्ता में काफी हद तक सुधार आता है।jaivik khad रसायनिक खाद से 10 गुना बेहतर है। जैविक खाद के उपयोग से फसल में सिंचाई के अंतराल में वृद्धि होती है। इसके वजह से कम पानी का इस्तमाल करके भी ज्यादा उत्पादन लिया जाता है। जैविक खाद का इस्तमाल करके रसायनिक खाद की उतनी ज्यादा जरूरत नहीं रहती है। और jaivik khad के इस्तमाल से रसायनिक खाद का इस्तमाल बहुत कम होता है। रसायनिक खाद बहुत महंगे आते है और jaivik khad खेत में भी बनाए जा सकते है। इसलिए किसान का खर्चा बहुत कम होता है। और कम खर्चे में ज्यादा उत्पादन होता है। इसकी वजह से ही किसान की जैविक खाद इस्तमाल करके आए बढ़ती है।
जैविक खाद का उपयोग करके भूमी की गुणवत्ता में सुधार होता है।jaivik khad से भूमी की जल धारण क्षमता बढ़ती है। फसल में बार बार सिंचाई करने की आवश्यकता नहीं रहती है।jaivik khad के इस्तमाल से भूमी की उर्वरा शक्ति लंबे समय तक बनी रहती है। और पर्यावरण प्रदूषण भी नही होता है।
जैविक खाद क्यों जरूरी है?
आजकल हम कृषि में बहुत सारे रसायनों का इस्तमाल करके फसल उगाते है। ऐसा करके हम अपनी ही हाथ से अपने ही पैरों पर कुरहड़ी चला रहे है। इसके वजह से हमारा स्वास्थ बहुत निम्न स्थर पर ज्या चुका है। अगर अभी से हमने jaivik khad का उपयोग चालू नहीं किया तो यह हमारे लिए गंभीर समस्या बन सकती है। कृषि में रसायनिक उर्वरकों से कई बीमारियां बढ़ती है।
रसायन का स्वास्थ और जमीन पर बहुत असर होता है। और भूमी में मौजूद जीवाणुओं का नाश होता है। हमे भूमी की गुणवत्ता बढ़ाने के लिऐ जैविक खाद का इस्तमाल करना ही होगा। मिट्टी में जीवाणु और केंचुओ की संख्या बढ़ाने के लिऐ हमे जैविक खाद का इस्तमाल करना ही पड़ेगा। जैविक खाद यह भविष्य में आनेवाली बहुत बड़ी समस्या का अभी किया गया उपाय है। अगर अबसे हमने जैविक खाद का इस्तमाल नहीं किया तो बहुत बड़ी समस्या का हमे सामना करना पड़ेगा।
जैविक खाद कैसे बनाए?
Jaivik khad kaise banaye?
How make organic khad?
जैविक खाद पशु के मल मूत्र से बनाया जाता है। इसलिए jaivik khad बनाना बहुत ही आसान और कम खर्चे में बनाया जा सकता है। कुछ बहुत ही अच्छी jaivik khad बनाने की विधि बहुत ही सरल है।
एक एकड़ फसल के लिए 10 किलो गोबर, 10 लीटर जिस जानवर का गोबर लिया उसका ही मूत्र, 1 किलो गुड़, इसमें 1 किलो कोई भी दाल का आटा, एक मुट्ठी पीपल या बरगद के पेड़ के नीचे की मिट्टी रहेगी तो बहुत अच्छा रहेगा। यह सब चीजें थोड़ा पानी एक टंकी में लेकर अच्छे से मिलानी पड़ेगी। अब इस टंकी को छाव में जहा सूर्य के किरण ना पहुंचे ऐसी जगह 15 दिन तक रखो। इस टंकी को अच्छी तरह से ढक कर रखो। पंधरा दिन बाद यह खाद तयार होंगी।इस jaivik khad मे करोड़ो सूक्ष्मजीव होंगे। अब यह जैविक खाद का 150 लीटर पानी में मिलाकर एक एकड़ खेत में छिड़काव करो।
यह जैविक खाद रसायनिक खाद से बहुत अच्छी है। यह jaivik khad कम खर्च में फ्री में बहुत ही बढ़िया कैल्शियम युक्त, आर्यन युक्त, फॉस्परस युक्त, मैग्नेशियम युक्त खाद है। इसका उपयोग खेत में बीज लगाने से 6 दिन पहले खेत जोतते समय डालो। और फिर फसल की आवश्कता नुसार 21 दिन की अंतराल से डालो। चार महीने में आनेवाली फसल को चार बार, छे महीने वाली फसल को आठ बार ऐसे फसल की आवश्कता के अनुसार डाले।
Vermi compost khad
केंचुआ खाद
केंचुआ खाद खेती में बहुत ही उपयुक्त आने वाली जैविक खाद है। इसके बहुत सारे लाभ खेती को मिलते है।vermi compost khad बनाना बहुत ही आसान है।vermi compost khad बनाने के लिऐ जमीन पर पॉलिथीन जो अच्छी quality की हो ओ बिछा दो। फिर उसके ऊपर गोबर और गिला कचरा यानि फल के छिलके ऐसा कचरा गोबर के साथ डाल सकते हो। गोबर ही रहेगा तो भी चलेगा। अब इसके ऊपर worm मतलब केंचुए छोड़ दो। और रोज थोड़ा थोड़ा पानी डालते रहो।50 से 60 दिन बाद बहुत उच्च गुणवत्ता वाली केंचुआ खाद तयार होंगी। इसका इस्तमाल सभी तरह की फसल को किया जा सकता है। यह खाद रसायनिक खाद से सस्ती और बहुत अच्छी है।